आम का पेड़ कैसे लगाए ?

हैलो नमस्कार मित्रों आप सभी जानते है की हमारे दैनिक जीवन मे हमने बहुत सारे पेड़ पौधे देखे है वैसे ही आम को भी आप देख चुके होंगे, कुछ पेड़ पौधों के नाम तो आप अच्छी  तरह से जानते भी होंगे, ओर कुछ का तो किस विषय के लिए उनकी पतियों का टहनियों का बीजों का फलों का ओर उनकी जड़ों का इस्तेमाल किया जाता है शायद आप यह भी जानते होंगे

लेकिन आज हम आपको जो बताने जा रहे है वो पेड़ आम का है,और इसको फलों का राजा भी कहा जाता है , लेकिन्न आज हम आम के वृक्ष की कुछ एसी विशेषसताओ के बारे मे जानेंगे जो शायद आपने अपने जीवनकाल मे शायद नहीं सुनी होगी । तो चलिए हम एक एक करके इनकी विशेषताओ  और ईनसे होने वाले  फायदे ओर नुकसान  और ये वृक्ष कितनी प्रकार के होते है इनके  बारे मे जानते है !

आम का पेड़

यह आम का पेड़ बहुत लंबा और विशाल होता है , इसकी लंबाई तकरीबन 25 से 30 मीटर तक होती है इस पेड़ पर भरपूर मात्रा मे फल लगते है और इनके फलों से हम उनका रस पीते है और हमारे भारत मे कुछ विशेष प्रकार आम द्वारा इनका आचार भी डाला जाता है और हम लोग कचे आम के फलों की सब्जी बनाते है आउट चटनी बनाकर बड़े ही चाव से खाया जाता है !

आम के वृक्ष की आयु  

इस पेड़  की कई प्रकार प्रजाति होने के कारण इनकी कोई पक्की उम्र नहीं होती है लेकिन वैज्ञानिकों के खोजबीन के अनुसार कुछ पेड़ की उम्र 100 साल ओर कुछ कुछ पेड़ों की उम्र 200 साल ओर कुछ विशेष कारण की वजह से इनकी उम्र 300 वर्ष तक नापि जा चुकी है लेकिन  इन सब मे एक विशेषता ये भी मान सकते ही की इनके 5 से 10 वर्ष की आयु के बाद इन पर फलों का लगना प्रारंभ हो जाता है ! और अधिक जानकारी के लिए आप यहा से जान सकते है।

फलों का राजा आम के फलों का सीजन

आम के फलों के पकने के लिए इनको पतझड़ ओर गर्मी के वातावरण की आवश्यकता होती है इस वजह से य मार्च महीने से इन पेड़ों पर फलों की लगने की प्रक्रिया प्रारंभ होजाती है , लेकिन वैसे तो इनका उत्पादन 12 महीने तक होता है। लेकिन यह वैज्ञानिक पद्धति से किया जाता है और जिस वजह से हमे ये  जब मन चाहे तब इनका सेवन कर पाते है ।

(Mango) आम मे पाए जाने वाले पोषक तत्व (नूट्रिशनल)

आम के सेवन से इंसान का ईमून सिस्टम मजबूत होता है आम मई विटामिन A और विटामिन C और विटामिन B6 और फाइबर  पाया जाता है,आम मे और भी 20 प्रकार के विटामिन और मिनरूल्स होते है और एक पूरे आम मे 202 कलोरीस होती है

पत्तों और टहनियों का उपयोग

आम के पत्तों का इस्तेमाल हमारे घरों मे हाओने वालों शुभ कार्यों मे किया जाता है। जैसे घर मे होने वाले शादियों मे इनका इस्तेमाल पोरणिक मान्यताओ  के अनुसार मंडप को सजाने मे किया जाता है ।

और इनकी पत्तों का सेवन बकरी के भोजन के लिए भी होता है और  इनके लकड़ियों का इस्तेमाल शादी जैसे विभिन प्रकार होने वाले हवन मे अग्नि जलाने मे किया जाता है !

आम की प्रजातिया

पूरी दुनिया मे बहुत प्रकार के आम की प्रजातीय है जिनमे से कुछ प्रजातियों के बारे मे हमने आपको संक्षेप मे बताया जो कुछ इस प्रकार की होती है।

जैसे अलफाँसों, लँगरा, टॉमी अटकिनस, केत्त, बंगणपल्ले, तोतापूरी, दशेरी, हदेन, केंट, हिमसागर, अतउलफ़ों, कारबाओ, पाल्मेर, रसपुरी, मूलगोब, मंगइफेर इंडिका, मल्लिका, गिर केसर, केनसिंगटोन प्राइड, फाजली, आम्रपाली, इरविन, वालेनकिया प्राइड और भी बहुत प्रकार के आम इनमे शामिल है जिनके बारे मे अधिक जानने के लिए आप हमारे ब्लॉग पर विस्तार से जान सकते है ।

1. आम्रपाली

यह भारत की एक प्रसिद्ध आम की प्रजाति है जो स्वाद मे बहुत मीठी होती है और इसका आकार मध्यम से बड़ा होता है और इसका रंग सुनहरा होता है।

2. अलफाँसों

फलों के राजा आम होता है लेकिन यह आम के फलों की श्रेणी मे भी यह आम का राजा होता है, इसे रत्नगिरी आम के नाम से भी जाना जाता है यह आकार मे बड़ा और अत्यधिक मीठा और स्वादिष्ठ होता है यह रंग मे सुनहरा होता है।

3. लँगरा

इस पेड़ की शाखाये लंगड़ी होने की वजह से इन्हे आम भाषा मे लंगड़ा आम के नाम से भी जाना जाता है, यह फल मध्यम आकार का और रंग मे हरा होता है।

4. तोतापूरी

यह गर्मी के मौसम मे पाया जाता है इसका रंग ज्यादातर हरे रंग का होता है और स्वाद मे गौंदा होता है इसका आकार बड़ा होता है।

सबसे ज्यादा आम कहाँ पाया जाता है

भारत ने आम उत्पादन के क्षेत्र मे सबसे अग्रणी भूमिका निभाई है क्यूंकी पूरे विश्व मे एक मात्र भारत एसा देश है जो आम उत्पादन सबसे ज्यादा करता है। भारत के मुख्य आम उत्पादक राज्य पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, और आंध्रप्रदेश है क्यूंकी यहाँ की जलवायु एवं तापमान आम के पेड़ों के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है। भारत के अलावा फिलीपींस, मेक्सिको, इंडोनेशिया, थाइलेंड, पाकिस्तान मे भी आम की खेती बहुत जोरों से की जाती है।

आम का बाग़बान (Mango Farming)

उपयुक्त भूमि का चयन

ध्यान रहे अच्छे जल निकास वाली जमीन का होना जरूरी है सबसे पहले क्यूंकी अगर उस जमीन पर पानी ठहरा तो पेड़ पौधों मे सड़न आसकती है, मिट्टी का PH माँ 6 से 7 के बीच का होना चाहिए। आम की खेती के लिए लोम मिट्टी सबसे अच्छी होती है अगर आपको नहीं पता तो बता दे की लोम मिट्टी उसे कहते है जिसमे भरपूर मात्रा मे खाद होता है जेसे गोबर, नाइट्रोजन, फास्फोरस, पॉटेशियम । ताकि पौधों को आवश्यकतानुसार पोषण मिल सके और उन्मे विकसित होने की प्रक्रिया अच्छे से चलती रहे।

बीजों का चयन

देखिए बीज का चुनाव आपको अपने क्षेत्र मे किसी अच्छे से विशेषज्ञों से परामर्श करके करना चाहिए क्यूंकी खेती का सबसे अहम हिस्सा होता है बीजों का चुनाव करना। अच्छी गुणवता वाले बीजों का चयन करे जो आपके क्षेत्र मे जलवायु और वातावरण के आधार पर भी निर्भर करता है।

आम की खेती का तरीका

जब आपका बीजों का चयन हो जाए तो फिर आपको बीजारोपन करना होता है हालाकी हम कलम द्वारा भी इसकी खेती कर सकते है तो चाहे आप बीजों द्वारा करे या कलम से तो ध्यान रहे की एक पेड़ से दूसरे पेड़ के बीच की दूरी लगभग 10 मीटर अवश्य रखे।

देखभाल

पोधारोपन होने के बाद हमे इसकी देखभाल करनी जरूरी होती है क्यूंकी आम के पेड़ों को सिंचाई की ज्यादा जरूरत नहीं होती है लेकिन फिर भी वर्षा ऋतु के अलावा सालभर 2 से 3 बार इसको पानी जरूर देना चाहिए। जिस जगह पर आपने खेती की है या फिर आम पेड़ लगाया है उसके चारों ओर दीवार करनी भी जरूरी है क्यूंकी कुछ जानवरों का भी विशेष ध्यान रखना पड़ता है जो या तो पेड़ को पूरा नष्ट कर सकते है या फिर किसी भी प्रकार से उसे हानी पहुँच सकते है।

आम के फायदे

1. आंतरिक रोगों मे सहयोगी

विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होते है जो आपके शरीर मे होने वाले कई प्रकार के रोगों के बचाव मे सहायक होते है ।

2. नेत्र के स्वास्थ्य

आम के फल मे विटामिन A पाया जाता है जो आपके आँखों से संबंधित होने वाले रोगों मे मदद करता है और आपकी आँखों को स्वस्थ रखता है।

3. शरीर को मजबूत बनाए

आम मे आवश्यक मिनरल्स जेसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रट पाया जाता है जो आपके शरीर को मजबूत एवं सूडोल बनाता है।

4. वजन कम करता है

आम के अंदर फाइबर होता है जिस वजह से आम का सेवन करने पर आपके शरीर की चर्बी काम होती है और आपके वजन को नियंत्रण रखने मे मदद करता है।

5. त्वचा को स्वस्थ

आम मे इसे अच्छे पोषक तत्व होते है जो आपके त्वचा पर होने वाले किसी भी प्रकार के रोगों से लड़ने की क्षमता रखता है, इसलिए आपकी त्वचा को कोमल एवं चमकदार बनाता है एवं त्वचा निखरी हुई रहती है।

आम के उपयोग

  • आम का उपयोग आचार बनाने मे किया जाता है।
  • इससे आम का रस बनाया जाता है।
  • केरी की सब्जी बनाई जाती है।
  • आम के पापड़ बनते है।
  • कचे आम की चटनी बनाई जताई है।
  • आम का मुरब्बा बनाया जाता है।

पके आम एवं कच्चे आम से देश विदेश मे अलग अलग प्रकार के खाने के व्यंजन बनाए जाते है।

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