खजूर को बड़ा होने में कितना समय लगता है ?

खजूर को अंग्रेजी मे dates palm भी कहते है, आज हम बात करने वाले है खजूर के पेड़ ओर खजूर की फल की यह किस मौसम मे लगते ओर इनके उम्र की उनकी ऊंचाई की ओर इनका चिकित्सा के रूप मे क्या क्या इस्तेमाल होता है, इनमे पाए जाने वाले न्यूटरिसन ओर होने वाले फायदे ओर नुकसान की बात करेंगे।

यह सबसे ज्यादा कहा पाया जाता है।

यह गर्मी के मौसम मे लगने वाला फल है खजूर का मूल निवास middle east मतलब मध्य पूर्वी देशों मे से है जेसे दुबई, कुवैत, बहरीन, सऊदी अरब जेसे अन्य देश भी शामिल है, खजूर को अरेबिक मे ” तमर ” भी कहा जाता है लेकिन यहा पर जो खजूर पाए जाते जो उनकी प्रजाति अलग होती है भारत मे पाए जाने वाले खजूर की प्रजाती अलग है मध्य पूर्वी मे पाए जाने वाले खजूर के पेड़ लंबाई बोनी किस्म की होती है यह लगभग 10 से 30 फुट तक के होते है और भारत मे उगने वाले पेड़ बहुत ही लंबी किस्म के होते है यह लगभग 50 फुट तक होते है।

खजूर पेड़ के अंगों का विश्लेषण

इनकी छाल खोडे की भाति ओर टहनी एक हॉकी स्टिक की तरह दिखती है काँटेदार होती है पत्ते बहुत खूबसूरत होते है लेकीन कांटे बहुत तेज होते है इनकी किनारों पे ओर इनपर जो फल लगते है वो बहुत ही ऊपर लगते है जेसे 40 फुट का पेड़ हे तो फल 38 फुट पर लगेंगे ओर फल भी गुछों के रूप मे लगते है सबसे पहले फल लगता है तो उनका रंग हरा होता ही फिर पीला होता है ओर आखिर मे जब पक जाते है तब थोड़ा लाल ओर थोड़ा काले रंग का मिश्रण होता है फल बहुत ही मीठे होते है।

इस पेड़ का जीवनकाल

खजूर की उम्र लगभग 150 साल तक होती है ओर लेकिन इन पर फल लगने की सुरुआत 5 साल का पेड़ होने के बाद शुरू होती है, एक बार मे जब इनपर फल लगते है तो उनका वजन 50 से 80 किलो तक का होता है और अलग अलग देशों मे अलग प्रजातीय ओर अलग प्रकार का वातावरण होने से वो भिन हो सकते है।

इसमे पाए जाने वाले न्यूटरिसन और चिकित्सा के रूप मे इसका उपयोग

इसमे पाए जाने वाले न्यूटरिसन क्या है और इनसे होने वाले फायदे ओर नुकसान का विवरण करते है खजूर मे केलरिस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रट, फेट, शुगर, फाइबर, ओर पोटासियम होता है, इसका सेवन चिकित्सा रूप मे भी बहुत फायदेमंद होता है, इससे इंसानी शरीर मे कब्ज की समस्या को रोकथाम करने मे लाभदायक है, कमजोरी को कम करने मे सहायक है, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है मशतिष्क को शुद्ध रखता है, ओर अहम किरदार इसका यह है की यह औरतों मे और पुरुषों मे शुक्राणु को बढ़ावा देता है जिससे कह सकते है की स्त्री ओर पुरुष के बीच का योन जीवन बहुत ही सफल राहत है।

चलिए अब बात करते है खजूर के कुछ प्रकार की तो थोड़ा सा उनके बारे मे बात करते हुए जानेंगे

खजूर की प्रजातिया

  • मझुल खजूर- यह बड़े ओर मीठी किस्म के होते है, मूलरूप से यह मोरक्को मे पाए जाते थे लेकिन वर्तमान मे यह अमेरिका, ईरान, इजरायल, सऊदी अरबिया, दक्षिण अफ्रीका ओर जोर्डन मे भी पाए जाते है!
  • बारहि खजूर- यह मध्य पूर्वी देशों मे गरम अरबी हवाओ के कहने पर इनका नाम रखा गया इसका स्वाद शहद की तरह लगता है,यह मध्य गर्मी की जब शुरुआत होती है तब लगते है!
  • डेगलेट नूर- यह बहुत ली लोकप्रिय फल माना जाता है!
  • अजवा खजूर- यह बहुत पवित्र खजूर माना जाता है क्यूंकी यह सिर्फ सऊदी अरबिया के मदीना शहर मे ही उगाया जाता है, इनका रूप किसमिस के समान होता है ओर इनका तालुकत एतिहासिक समारोह से भी है इसलिए यह काजूर बहुत ही पुराने ओर बहुत ही पवित्र फल की गिनती मे माने जाते है!
  • मजाफती खजूर– मूल रूप से करमान, ईरान से हैं। वे नरम, खजूर हैं जिनकी त्वचा पीली गहरे भूरे रंग की होती है और उनके मीठे स्वाद में थोड़ी ब्राउन शुगर होती है।

ओर भी बहुत प्रकार की खजूर की प्रजाति होती है जिनमे से हमने कुछ 5 प्रकार की प्रजाति की बात की और अगर आप सभी प्रकार की खजूर की किस्मों के बारे मे अगर जानना चाहते है तो फिर आप हमारे ब्लॉग से जुड़े रहे ओर हमे कमेन्ट कर के बताए की आप इस ब्लॉग पोस्ट से संतुष्ट है ओर वेसे तो आम भी गर्मी के दिनों मे ही लगते है तो अगर आप आम के बारे मे जानना चाहते है तो यहाँ हमारी ब्लॉग के माध्यम से भी जन सकते है!

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