एवोकाडो 🥑 खाने से क्या लाभ होता है

एवोकाडो एक अत्यधिक पोषटिक फल है, यह मिनरल और विटामिन से भरपूर होता है इसे हिन्दी मे भी इसे एवोकाडो के नाम से और इसके अलावा इसे सुपर फूड के नाम से भी जाना जाता है यह भारत का मूलनिवासी पौधा या पेड़ नहीं है इसे भारत मे बाहर के देशों से आयात किया जाता है, इस वजह से भारत मे इसकी डिमांड अत्यधिक होने के वजह से इसके फल भी बहुत महंगे दामों मे बिकते है, इसलिए आज हम चर्चा करेंगे की एवोकाडो खाने से क्या लाभ होता है और इसके पेड़ की सरंचना पर भी प्रकाश डालेंगे।

एवोकाडो का पेड़

यह बाहरी देशों का पेड़ है लेकिन अब धीरे धीरे इसका प्रचलन भारत मे भी हो रहा है यह मुख्य रूप से इसके फल की विशेषता के आधार पर जाना जाता है, एवोकाडो का पेड़ का जीवनकाल इसके पर्यावरणीय तथ्यों पर आधारित करता है लेकिन मुख्य रूप से इनका जीवनकाल 50 वर्ष या उससे थोड़ा ज्यादा हो सकता है। यह पेड़ वसंत और सर्दियों के मौसम मे फल देते है, सामान्यतः इस पेड़ का आकार 15 फुट तक ऊंचा हो सकता है लेकिन ये उसके पेड़ की किस्म के आधार पर उनका आकार अलग अलग भी हो सकता है।  

पत्तिया: यह गोल हरी और चमकदार होती है, इन पट्टीय का आकार आमटोर पर 5 से 12 इंच तक लंबा होता है। पौधों की शाखाओ पर स्तरीकृत रूप अर्थात परतो पर व्यवस्थित रूप से बिछी होती है, क्लोरोफिल होने की वजह से यह हरे रंग की होती है और इसकी सतह मे तिल के बराबर छिद्र होते है।

एवोकाडो फल: यह बहुत सारे पोषक तत्वों से भरपूर होता है इसलिए इसका आयात पूरे विश्व मे बढ़ गया है यह बहुत ही स्वादिष्ट होता है थोड़ा कम मीठा होता है और बटर फ्रूट भी कहते है। यह हरे रंग का होता हीइ और इसमे बड़ा कोयले जैसा गुठली वाला बीज होता है इसका उपयोग अनेक प्रकार से किया जाता है जिसके बारे मे हम आगे चर्चा करेंगे।

एवोकाडो की खेती

तापमान

यह दक्षिण अमेरिका के उष्णजलवायु के क्षेत्रों मे पाया जाता है इसलिए इसे उष्णकटिबंधीय जलवायु की जरूरत होती है। 20 से 30 डिग्री का तापमान इसकी अच्छी पैदावर के लिए उपयुक्त होता है यह 5 डिग्री तक की ठंड इसके लिए नुकसानदायक हो सकती है और 40 डिग्री से ज्यादा का तापमान इसके लिए हानिकारक हो सकता है।

उपयुक्त मिट्टी

एवोकाडो की खेती के लिए लेटराइट मिट्टी अच्छी होती है क्यूंकी इसमे चिकनी मिट्टी की मात्रा अधिक होती है, पानी रुकने की क्षमता भी इस मिट्टी मे अधिक होती है और उसका PH मान 5 से 7 का होना चाहिए इसलिए यह मिट्टी इसके लिए अच्छी रहती है।

बीजारोपन का तरीका

सबसे पहले आप मिट्टी और खाद को मिलकर ग्रो बैग्स तैयार करले उसके बाद एवोकाडो के बीज को आप आधा मिट्टी के अंदर दबा हो और आधा बाहर रखे क्यूंकी अगर बीज को पूरा अंदर दबा दिया तो वह खराब हो सकता है। जब सही तरीके से बीज का रोपण हो जाए उसके बाद अगर आप गर्मी मे यह काम कर रहे ही तो एक सप्ताह मे दो बार इसे पर्याप्त मात्रा मे पानी की सिंचाई करे और अगर सर्दी के मौसम मे रोपण कर रहे है तो सप्ताह मे एक बार सिंचाई जरूर करले उसके बाद जब 20 दिन होजाए तब आप इसमे वर्मी काम्पोस्ट को मिला सकते है। अब आप अपने खेत मे जब पौधा 15 सेंटीमीटर का हो गया तब उसे ट्रांसप्लांट्स कर सकते है  

एवोकाडो के एक पेड़ का उत्पादन

जब पेड़ पूरी तरह से विकसित हो जाता है उसके बाद यह पेड़ एक साल मे 150 किलोग्राम तक फल देता है और उनका बाजार मे भाव तकरीबन 400 से 600 रुपए तक के बीच का हो सकता है।

एवोकाडो सबसे ज्यादा कहाँ होता है

इसका उत्पादन अनेक देशों मे होता है लेकिन विश्व मे सबसे अधिक एवोकाडो का उत्पादन मेक्सिको मे होता है उसके बाद कई देश है जहां पर भी एवोकाडो इसकी खेती जोरों से की जाती है जेसे-

  1. दक्षिणी कैलिफोर्निया, अमेरिका
  2. केन्या
  3. इस्पानिया
  4. चिली
  5. पेरू
  6. कोलम्बिया

भारत मे अब इसकी खेती का प्रचालन शुरू हुआ ही इसलिए भारत के कुछ राज्य भी एवोकाडो की खेती मे शामिल है जेसे तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल, सिक्किम और कर्नाटक है।

एवोकाडो मे पाए जाने वाले पोषक तत्व

  • आइरन
  • कैल्सीअम
  • विटामिन C, A
  • प्रोटीन
  • शुगर
  • फाइबर
  • कार्बोहाइड्रट
  • सोडीअम
  • कलोरिस

अन्य भाषाओ मे एवोकाडो का नाम

  • हिन्दी- एवोकाडो, मक्खन फल
  • अरबी- `अफुकडू
  • ग्रीक- अवॉकनटो
  • चीन- लाओ ली
  • इंडोनेशिया- अलपुकाट
  • जापनीस- अबोकाड़ों
  • वियतनामीज़- ट्राई बो

एवोकाडो की किस्म

इसकी कई प्रकार की किस्म होती है लेकिन हम कुछ प्रमुख किस्मों के बारे मे जानेंगे।

1. हैस एवोकाडो (Hass Avocado)

यह सबसे प्रसिद्ध और आम एवोकाडो की किस्म है यह सबसे पहले दक्षिणी कैलिफोर्निया मे रुडोल्फ हास ने उगाया था इसलिए इस को Hass नाम से पुकारते है इसका आकार बड़ा होता है और जिसका वजन लगभग 200 से 300 ग्राम का होता है, यह गहरे हरे रंग का होता है और इसके छिलके ऊबड़ खाबड़ होते है।

2. फुएर्ते (Fuerte Avocado)

यह हल्का हरे रंग का ओर क्रीमी फल होता है, व्यावसायिक रूप से यह दुनिया की दूसरी लोकप्रिय किस्म है, यह नाशपती के आकार का होता है इसका छिलका या त्वचा चिकनी होती है।

3. ब्लैक एवोकाडो (Black Avocado)

इसका फल काले रंग का होता है और आम एवोकाडो के फल से अलग प्रकार का होता है इसलिए इसका स्वाद भी थोड़ा अलग होता है और थोड़ा मीठा होता है।

मलूमा (Persea Avocado)

यह सबसे लंबे फल और तेजी से पकने वाले फल की किस्म है यह खूबसूरत, सदाबहार और उपोषणकटिबंधीय होते है। इसके पके हुए फलों का छिलका पतला और चमकदार होता है।

एवोकाडो के उपयोग

विभिन देशों मे एवोकाडो का अलग अलग प्रकार से उ[योग किया जाता है।

  • नमक और काली मिर्च डालकर आप एवोकाडो को सलाद के रूप मे सेवन किया जा सकता है।
  • टोस्ट या फिर सेंडविच मे भी आप एवोकाडो का सेवन कर सकते है।
  • एवोकाडो अन्य फलों के साथ आप ज्यूस बनाकर पीये या फिर केवल एवोकाडो का भी ज्यूस बनके पी सकते है।
  • इसे मक्खन के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।
  • एवोकाडो का समोसा बनाकर भी इसका उपयोग किया जा सकता है।

और भी अनेक प्रकार के खाने के व्यंजन बनाने मे एवोकाडो का उपयोग किया जाता है।

एवोकाडो खाने के क्या लाभ है ?

पाचन क्रिया मे एवोकाडो के फायदे

एवोकाडो मे फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाने मे मदद करता है और अपचन को कम करता है।

ह्रदय रोग मे एवोकाडो

निरंतर एवोकाडो का सेवन करने से आपके ह्रदय से संबंधित रोगों मे यह सकारात्मक होता है लेकिन ध्यान रखे की आप किसी भी प्रकार का घरेलू उपचार करने से पहले आप डॉक्टर या विशेषज्ञों सलाह मशवरा जरूर करले।

हड्डियों मे एवोकाडो का लाभ

एवोकाडो मे उपयुक्त मात्रा मे कैल्सीअम पाया जाता है जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है और भी प्रकार के पोषक तत्व होते है जो आपके अस्थियों मे होने वाले किसी भी प्रकार के विकारों मे मदद करता है।

वजन कम करने मे सहायक

इसमे कार्बोहाइड्रट की मात्र कम होती है जो आपके वजन को नियंत्रण मे भी रखता है और वजन को कम भी कर सकता है।

आंखों की रोशनी मे एवोकाडो

इसमे विटामिन E और ल्यूटिन होता है जो उम्र के साथ आपके आँखों की रोशनी जब काम होती जाती है तब इसका सेवन करने पर यह आँखों की रोशनी को बढ़ाने मे मदद करता है।

एवोकाडो का ज्यूस

सबसे पहले आप ताजा एवोकाडो के फल लेले आवश्यकतानुसार उसके बाद आप इसे बीच से काट दे उसके बाद आप किसी चमच की मदद से इसके छिलके के अंदर से इसका गुदा निकाल ले और उसे आप मिक्सी के जार मे डाल दे। उसके बाद आप इसमे आपको जो पसंद है उस फ्लेवर वाली आइस्क्रीम का उपयोग भी करले अगर आपके पास है तो और नहीं है तो आप इसे रहने दे फिर इसमे थोड़ी चीनी डाल दे और इसमे आप जो ड्राइ फूड पसंद है तो उन्हे भी उपयोग मे ले सकते है उसके बाद इसमे आप थोड़ा पानी और थोड़ा दूध और बर्फ के टुकड़े डाल कर पीस दे फिर तैयार हो जाएगा आपका एवोकाडो का ज्यूस इसके बाद आप इसे पी सकते है यह स्वाद मे आपको बहुत अच्छा लगेगा।

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